मोहम्मद ज़ुबैर कौन हैं? और इन्हें साल 2018 के ट्वीट के लिए क्यों गिरफ्तार किया गया है।
मोहम्मद ज़ुबैर ऑल्ट न्यूज़ के सह संथापक तथा पेशे से एक फैक्ट चेकर हैं। ज़ुबैर वर्ष 2016 से ही फैक्ट चेकिंग करते आये हैं।
ऑल्ट न्यूज़ के सहसंथापक मोहम्मद ज़ुबैर को 27 जून की शाम को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उनके घर से गिरफ्तार कर लेती है। गिरफ्तारी की जानकारी ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिन्हा द्वारा एक ट्वीट के ज़रिए दी जाती है।
प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट में एक नोट शेयर किया था जिसमें लिखा था कि “Zubair was called today by special cell, Delhi for investigation in a 2020 case for which he already had a protection against arrest from High Court. However, today at around 6.45pm we were told he has been arrested in some other FIR for which no notice was given which is mandatory under law for the sections under which he has been arrested. No FIR copy is being given us despite repeated requests.”
प्रतीक सिन्हा के द्वारा दी गई इस जानकारी के बाद सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया। लोग हैशटैग #IStandWithZubair ट्रेंड कराने लगे।
कौन हैं मोहम्मद ज़ुबैर? तथा इन्हें वर्ष 2018 के ट्वीट के लिए क्यों गिरफ्तार किया गया है।
मोहम्मद ज़ुबैर ऑल्ट न्यूज़ के सह संथापक तथा पेशे से एक फैक्ट चेकर हैं। ज़ुबैर वर्ष 2016 से ही फैक्ट चेकिंग करते आये हैं। ऑल्ट न्यूज़ का डोमेन 28 दिसंबर 2016 को रजिस्टर किया गया था। ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिन्हा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। ऑल्ट न्यूज़ के फाउंडर तथा को फाउंडर ज़ुबैर ने बहुत-बहुत बड़ी फेक न्यूज़ का पर्दाफाश किया है।
गिरफ्तार क्यों किया गया है?
दिल्ली पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार ज़ुबैर को वर्ष 2018 के एक ट्वीट के कारण गिरफ्तार किया गया है। तथा उन पर धारा 153(दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देना ‘गूगल के अनुसार’) तथा धारा 295A (किसी भी समुदाय की धार्मिक भावना की आहत करना) जैसी धाराएं लगाई गई हैं। आखिर इस ट्वीट में ऐसा क्या था जो ज़ुबैर को गिरफ्तार किया गया
(मोहम्मद ज़ुबैर द्वारा साल 2018 में किया गया ट्वीट)
इसी ट्वीट की वजह से मोहम्मद ज़ुबैर को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। ट्वीट में वर्ष 1983 की एक मूवी “किसी से न कहना” कि एक वीडियो क्लिप का लिया हुआ स्क्रीनशॉट है। जिसमें लिखा हुआ है “हनुमान होटल” इस मूवी के डाइरेक्टर हृषिकेश मुखर्जी हैं। अब आपको हम हम यह बताते चलें कि यह ट्वीट आखिर किस संदर्भ में किया गया था। आपने अधिकतर सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक/इंस्टाग्राम आदि पर “भारत माता की जय” “माँ तुझे सलाम” श्री राम के दीवाने” “हनुमान भक्त” आदि इन नामों से बड़े-बड़े ग्रुप्स और पेज देखे होंगे। तो यह आम दिनों में तो ग्रुप के नाम से संबंधित ही पोस्ट करते हैं तथा राष्ट्रवाद का मिर्च मसाले वाली पोस्ट करते हैं। परंतु जब चुनाव का वक़्त आता है तो यही फेसबुक पेजेज और ग्रुप्स तब्दील कर दिए जाते हैं। तब्दील कर दिए जाते हैं जैसे ” I Support Modi” “I Support Yogi” “We Love BJP” “We Want Modi” आदि नामों में तब्दील कर दिए जाते हैं। जहां तक हम समझते हैं कि मोहम्मद ज़ुबैर का ट्वीट भी इसी संदर्भ में किया गया था।
पत्रकार तथा नॉन प्रॉफिट संस्थाओं ने भी ज़ुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की है
पत्रकार रवीश कुमार ने भी मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी की कड़े शब्दों में निंदा की है, रवीश कुमार ने ट्वीट किया और ट्वीट के ज़रिए कहा
https://twitter.com/ravishndtv/status/1541477915161858048?t=KZM1k3GotiP9XufcHZr4Cw&s=19
अमरीका में भारत के चीफ जस्टिस ने कहा है कि नागरिकों को स्वतंत्रता-लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अथक परिश्रम करना चाहिए। जस्टिस चंद्रचूड़ कह चुके हैं कि सरकार के झूठ को उजागर करते रहना चाहिए। दोनों काम के कारण ज़ुबैर जेल में है। कुछ निंदा कर रहे हैं, बाक़ी जश्न मना रहे हैं। 2
— ravish kumar (@ravishndtv) June 27, 2022
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी निंदा की
एडिटर्स गिल्ड इंडिया ने ट्वीट किया और ट्वीट के ज़रिए मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की है।
https://twitter.com/IndEditorsGuild/status/1541656159353876480?t=EIYerwQI1VJGCEhdMLE8Iw&s=19
Digipub ने भी ज़ुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की
Digipub condemns in the strongest possible terms the arrest of Mohammed Zubair, co-founder of Alt News. pic.twitter.com/POYEaGIdAI
— DIGIPUB News India Foundation (@DigipubIndia) June 27, 2022
और ऐसे लाखो लोग हैं जिन्होंने मोहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की है।