‘नीतीश को कोई गाली दे यह बर्दाश्त नहीं, हमारा DNA एक’, शिखंडी वाले बयान पर बोले कुशवाहा

सुधाकर सिंह के शिखंडी वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा-एक गठबंधन में रहते हुए इस तरह की बयानबाजी सही नहीं है. आरजेडी को सुधाकर सिंह के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत थी.
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह के बयान पर नीतीश कुमार ने भले ही यह कहा हो कि वह सुधाकर सिंह द्वारा दिए गए किसी भी बयान का कोई नोटिस नहीं लेते हैं. यह आरजेडी का इंटरनल मामला है और वही इसे देखें. सीएम ने यह कहकर गेंद तेजस्वी के पाले में डाल दिया. लेकिन जेडीयू इसपर कोई रियायत देने के मूड में नहीं है. जेडीयू की तरफ से इसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने मोर्चा संभाला है. कुशवाहा ने मंगलवार को पटना पहुंचने के बाद कहा-नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और उन्हें कोई गाली दे यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इतना ही नहीं उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि उनका और नीतीश कुमार का DNA एक हैं और वह इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते कि लाखों लोगों के नेतृत्वकर्ता नीतीश कुमार कोकोई गाली दे.
आरजेडी पर भी साधा निशाना
वहीं सुधाकर सिंह मामले पर आरजेडी की तरफ से गिए गए बयान कि यह सुधाकर सिंह का व्यक्तिगत बयान है को उन्होंने पल्ला झाड़ने वाला बयान बताया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी की तरफ से आधिकारिक तौर पर जो बयान दिया गया, वह गाली दिए जाने से भी बेहद दुखदाई है. जिस तरह सुधाकर सिंह के बयान को व्यक्तिगत बताकर आरजेडी पल्ला झाड़ गई वह गठबंधन के लिहाज से ठीक नहीं है. एक गठबंधन में रहते हुए इस तरह की बयानबाजी सही नहीं है. आरजेडी को सुधाकर सिंह के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत थी.
तेजस्वी को कुशवाहा की नसीहत
इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने सुधाकर सिंह के बयान को लेकर तेजस्वी यादव को भी नसीहत दी थी. तब उन्होंने कहा था-तेजस्वी यादव जी, जरा गौर से देखिए- सुनिए अपने एक माननीय विधायक के बयान को और उन्हें बताईए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है. वे उस शख्सियत को “शिखंडी” कह रहें हैं जिन्होंने बिहार को उस “खौफनाक मंजर” से मुक्ति दिलाने की “मर्दानगी” दिखाई थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे. कुशवाहा का इशारा लालू- राबड़ी राज की तरफ था. हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर जंगलराज का जिक्र नहीं किया लेकिन उनका इशारा उस तरफ ही था.